black wheat (kala gehu)
black wheat (kala gehu)
आज हम बात करने वाले है काला गेहू के बारे में अभी काले गेहू (kala gehu) के बारे में बहुत कुछ दावे किये जा रहे है, इस पोस्ट में आपको ये सारी जानकारी मिल जायेगी.
- black wheat details.(काले गेहू की जानकारी)
- black wheat benefits for health.(काले गेहू के फायदे)
- black wheat price. (काले गेहू का रेट)
- black wheat flour. (काले गेहू का आटा)
black wheat details (kale gehu ki Jankari)
पिछले कुछ वर्षों से सोशल मीडिया में काले गेहूं को लेकर लगातार बहुत सारी खबरे आ है रही हैं। जिसमें ये कहा जा रहा है भारत में पहली बार काले गेहूं की खेती हो रही है और ये सामान्य गेहूं के मुकाबले न सिर्फ कई गुना महंगा बिकता है बल्कि इसमें कैंसर और डायबिटीज समेत कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता होती है।
आज आप को बताते हैं, ये गेहूं कहां पैदा होता है, इसका रंग काला क्यों होता है, क्या काले रंग के अलावा भी किसी रंग का गेहूं होता है और इसके चिकित्सकीय गुण क्या हैं आपके लिए इसके सेवन करने के क्या फायदे है.
लगभग सात बरसों के रिसर्च के बाद गेहूं की इस नई किस्म को पंजाब के मोहाली स्थित नैशनल एग्री फूड बायोटेक्नॉलजी इंस्टीट्यूट या नाबी ने विकसित किया है। नाबी के पास इसका पेटेंट भी है। इस गेहूं की खास बात यह है कि इसका रंग काला है। वायरल हो रही पोस्ट में कहा गया है कि काले गेहूं में कैंसर, डायबिटीज, तनाव, दिल की बीमारी और मोटापे जैसी बीमारियों की रोकथाम करने की क्षमता है
What is the difference between and black wheat and normal wheat.
काला गेहूं की भी शुरू में बालियां आम गेहूं जैसी हरी होती हैं, पकने पर दानों का रंग काला हो जाता है, आपको जानकरी के लिए बता दे की नाबी ने काले के अलावा नीले और जामुनी रंग के गेहूं की किस्म भी विकसित की है।
काल रंग होने की एक ख़ास वजह होती है, अनाजों के रंग उनमें मौजूद प्लांट पिगमेंट या रंजक कणों की मात्रा पर निर्भर होते हैं। काले गेहूं में एंथोसाएनिन नाम के पिगमेंट होते हैं। एंथोसाएनिन की अधिकता से फलों, सब्जियों, अनाजों का रंग नीला, बैंगनी या काला हो जाता है। एंथोसाएनिन नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट भी है। इसी वजह से यह सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है।
आम गेहूं में एंथोसाएनिन महज 5 पीपीएम होता है, लेकिन काले गेहूं में यह 100 से 200 पीपीएम के आसपास होता है। एंथोसाएनिन के अलावा काले गेहूं में जिंक और आयरन की मात्रा में भी अंतर होता है। काले गेहूं में आम गेहूं की तुलना में 60 फीसदी आयरन ज्यादा होता है। हालांकि, प्रोटीन, स्टार्च और दूसरे पोषक तत्व समान मात्रा में होते हैं।
Black Wheat Benefits (Kala Gehu ke Fayde)
यह गेहूं साधारण गेहू के मुक़ाबले बहुत अधिक पौष्टिक है, तथा गुणवक्ता के मामले में इसे Blueberries नामक फल के बराबर रखा गया है. चूहों पर किए गए प्रयोगों में देखा गया कि ब्लड कॉलस्ट्रॉल और शुगर कम हुआ, वजन भी कम हुआ.यह तो तय है कि अपनी एंटीऑक्सीडेंट खूबियों की वजह से इंसानों के लिए भी यह फायदेमंद साबित होगा. आइये जानते है इसके सेवन से होने वाले फायदे.
तनाव (Stress)
आज के समय में लगभग हर शख्स तनाव से पीड़ित है या इसका कही न कही सामना कर रहा है. तनाव से बाहर आने के लिए वह रोजाना नई-नई दवाईयों का सेवन करता है, जिसका परिणाम यह होता है कि कुछ समय के बाद जब इन दवाइयों का असर समाप्त होने लगता है तो पीड़ित इन्सान अपना रुझान नई दवायों की तरफ़ कर देता है, मतलब स्थिति और भी ख़राब होती चली जाती है. यहाँ काला गेहूं तनाव जैसी इस भयानक बीमारी को समाप्त करने के लिए एक आशा की किरण लेकर आया है. शोध से यह पता चला है की तनाव से पीड़ित व्यक्ति पर इसके प्रयोग के बहुत ही सकारात्मक परिणाम पाये गये हैं.
मोटापा (Cholestrol)
शोध में मोटापे को कंट्रोल करने में भी काले गेहू के उत्साहजनक नतीजे मिले हैं.
कैंसर (Cancer)
कैंसर एक ऐसा रोग है जिसका अभी तक कोई स्थाई ईलाज उपलब्ध नहीं हो पाया है, इस समय पर काला गेहूं उन सभी लोगों के लिए खाद्य खुराक के रूप में बेहतर विकल्प के रूप में सामने आया है जब इस रोग पर नियंत्रण पाने में दवाएं विफल साबित हो रही हैं.
मधुमेह या डायबीटीज (Diabetes)
यह एक ऐसा रोग है जो दुनिया के सभी प्रगतिशील देशो के साथ भारत व अन्य देशों में अपने पाव पसार चुका है और विडम्बना यह है कि बहुत सी महंगी दवायों के बावजुद अभी तक इसका स्थायी ईलाज उपलब्ध नहीं है, यहाँ भी रिसर्च में काले गेहूं प्रयोग के पीड़ित इंसान पर सकारात्मक परिणाम सामने आयें हैं.
हृदय रोग (Heart Problem)
हृदय संबधी अधिक मात्रा में बढ़ रहे रोग आज की हमारी जीवन शैली का ही परिणाम हैं, मॉडर्न जिन्दगी के नाम पर हम अपने स्वस्थ शरीर रूपी पूंजी को खोते जा रहे है. इसान महंगे ईलाज से अपने शरीर को स्वस्थ्य रखने का संघर्ष कर रहा है जो कि बहुत खर्च के बावजूद स्वस्थ जीवन की गारंटी नहीं देता. हृदय रोगियों पर किये शोध में काले गेहूं के मामले में बहुत सार्थक परिणाम सामने आयें हैं.
Black Wheat Flour (Kala Gehu Ka Atta)
क़ाला गेहू का आटा सामान्य गेहू से थोडा सा अलग होता है, इसका रंग काला होता है, काले गेहूं के आंटे से बनी चपाती का रंग भले ही देखने में काला भूरा होने के कारण अकसर लोगों को पसंद नहीं आता, लेकिन ये सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। खासतौर पर सर्दियों में ये डॉइबिटीज, ब्लड प्रेशर और दिल के मरीजों के लिए बहुत लाभकारी होता है। सामान्य गेहूं के मुकाबले जहां इसमें एंटी ग्लूकोज तत्व ज्यादा होते हैं, जिसके कारण ये शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है, वहीं ये ब्लड सर्कुलेशन भी सामान्य बनाए रखता है.
प्रति 100 ग्राम में पोषक तत्व (Black wheat flour)
कैलोरी 343, पानी 10 प्रतिशत, प्रोटीन 13.3 ग्राम, कार्बन 71.5 ग्राम, शर्करा 0 ग्राम, फाइबर 10 ग्राम और वसा 3.4 ग्राम होता है.
Black wheat price (kala gehu ka rate)
दोस्तों अगर काले गेहूं की कीमत की बात करें तो किसानों को काला गेहूं का मार्केट रेट अभी 5000 से 6000 प्रति क्विंटल के भाव से बहुत आसानी से मिल जाता है, इस गेहूं को नजदीकी मंडियों में और कृषि संस्थानों के साथ साथ नजदीकी बाजारों में भी आप सीधे बैच सकते हैं.
Black wheat price details
आपको बता दें उत्तर प्रदेश और बिहार में काले गेहूं का बीज का सामान्य तो भाव 70 से ₹80 किलो है काले गेहूं की कम पैदावार के कारण देश के 12 से 15 राज्यों में इसकी मांग बनी हुई है,काला गेहूं का रेट बाजार मंडियों में 5000 से 6000 प्रति क्विंटल के भाव में बिक जाता है.